Varahi Devi Stuti in Hindi – वरही देवी स्तुति:

Varahi Devi is one of the Saptha Mathrukas (seven mothers) and is the consort of Lord Varaha, the boar avatar of Lord Vishnu. She is described to have a human body with eight arms, the head of a boar, and three eyes. Get Varahi Devi Stuti in Hindi Lyrics pdf here and chant it with utmost devotion for the grace of Goddess Varahi Devi. Regular chanting of this stotram can do wonders for you. Many devotees chant this stotram during the Varahi Navaratri days.

Varahi Devi Stuti in Hindi – वरही देवी स्तुति: 

ध्यान:

कृष्ण वर्णम तू वरहिम महिषास्तम महोदरिम
वरदम दंडिनिम खड्गम बिब्रतिम दक्षिण करे
खेत पत्र भयन वामे सुकरस्यं भजम्यहं ||

स्तुति:

नमोस्तु देवी वाराही जयकारा स्वरूपिणी
जपित्व भूमिरूपेण नमो भागवतः प्रिये || 1 ||

जयक्रोदस्तु वरही देवीत्वांचा नमम्याहं
जयवरि विश्वेशी मुख्य वराहते नमः || 2 ||

मुख्य वरही वंदेतवं अंधे अंधनीते नमः
सर्व दुष्ट प्रदुष्टानां वाक् स्थंबनकरी नमः || 3 ||

नमः स्तंभिनी स्तम्भेत्वं जृंभे जृंभिनिथे नमः
रंधेरंधिनी वंदेत्वम नमो देवीतु मोहिनी || 4 ||

स्वाभक्तनंही सर्वेशं सर्व काम प्रदे नमः
बाहवा स्तम्भकारी वन्दे चित्त स्तम्भिनते नमः || 5 ||

चक्षु स्तम्भिनी त्वाम मुख्या स्तंबिनिथे नमो नमः
जगत स्तम्भिनी वंदेत्वम जिह्वाव स्तम्भन करिणी || 6 ||

स्थंबनाम कुरु शत्रूणां कुरमे शत्रु नासनाम
सीघ्रम वसयंच कुरते योग्ने वाचात्मके नमः || 7 ||

ट चतुष्टया रूपेत्वं शरणं सर्वदभजे
होमतमेक फट रूपेना जयद्यन केशिवे || 8 ||

देहिमे सकलान कमान वारही जगदीश्वरी
नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं नमोनामा: || 9 ||

अनुग्रह स्तुति:

किम दुष्करम त्वयि मनो विषयम गतायाम
किम दुर्लभम त्वयि विधानव दार्चितायाम
किम दुष्करम त्वयि प्रकृतिश्रुति मागतायाम
किम दुर्जयम त्वयि कृतस्तुति वादा पुंसां
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